महानिदेशक, स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय
समग्र शिक्षा, विद्या भवन, निशातगंज, लखनऊ-22600
प्राचार्य
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान समस्त जनपद, उ०प्र० ।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, समस्त जनपद, उ०प्र० ।
पत्रांकः-गुण०वि०/निपुण भारत मिशन-6/10996/2024-25
दिनांक 12 मार्च, 2025
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विषयः- निपुण भारत मिशन के अंतर्गत डी०एल०एड० प्रशिक्षुओं के माध्यम से कराये गये आकलन के उपरांत निपुण विद्यालय परिणाम घोषित करने के संबंध में।
महोदय/महोदया, कृपया राज्य परियोजना कार्यालय के पत्रांक-गुण०वि०/ निपुण भारत मिशन-5/8345/ 2024-25 दिनांक 11 दिसम्बर, 2024 एवं पत्रांक-गुण०वि०/निपुण भारत मिशन-5/9958/2024-25 दिनांक 03 फरवरी, 2025 का संदर्भ ग्रहण करने का कष्ट करें। उक्त पत्रों द्वारा निपुण भारत मिशन हेतु निर्गत संशोधित लक्ष्यों की समयबद्ध प्राप्ति के दृष्टिगत डी०एल०एड० प्रशिक्षुओं के माध्यम से विद्यालयों का दो चरणों (माह दिसम्बर, 2024 तथा फरवरी, 2025) में आकलन कराये जाने के लिये निर्देश प्रेषित किये गये हैं।
2-राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा निर्गत निर्देशों के कम में डी०एल०एड० प्रशिक्षुओं द्वारा माह दिसम्बर 2024 में प्रथम फेज का तथा माह फरवरी, 2025 में द्वितीय फेज का आकलन पूर्ण किया गया है। डी०एल०एड० प्रशिक्षुओं द्वारा किये गये सैम्पल आकलन में प्रथम दृष्टया कुल 48061 विद्यालय ‘निपुण विद्यालय’ के रूप में उभरकर आये हैं। तत्संबंधी जनपदवार सूची संलग्न है (संलग्नक-1. सॉफ्टकॉपी में)। उक्त के संबंध में निम्नवत् निर्देशित किया जाता है :-
1) कक्षा 1-2 में अध्ययनरत विद्यार्थियों के आकलन का विद्यालयवार परिणाम निपुण भारत मॉनिटरिंग सेंटर के माध्यम से सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी एवं हेड मास्टर के लॉगिन पर प्रदर्शित कर दिये गये हैं। उक्त आकलन में निपुण विद्यालय के रूप में उभरकर आने वाले विद्यालयों के शिक्षकों को जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी के माध्यम से प्रशंसा पत्र जारी कराया जाये। तत्संबंधी प्रशंसा पत्र का प्रारूप एन०बी०एम०सी० पर उपलब्ध है (संलग्नक-2)।
2) उक्त परिणाम के आधार पर जनपद /विकासखण्ड/विद्यालय स्तर पर निम्नलिखित कार्यवाही सुनिश्चित की जाये :-
- डी०एल०एड० प्रशिक्षुओं द्वारा किये गये आकलन में निपुण विद्यालय के रूप में सामने आये विद्यालयों को निरन्तर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने हेतु प्रोत्साहित किया जाये।
- पाठ्य बिन्दु, विषयवस्तु एवं शिक्षण योजना के अनुसार स्थानीय सामग्रियों का उपयोग करके उच्च गुणवत्ता वाले तथा पाठ्यक्रम संरेखित शिक्षण अधिगम सामग्री बनाने के लिये शिक्षकों को प्रोत्साहित किया जाये
- दैनिक शिक्षण योजना एवं साप्ताहिक शिक्षण योजना को लागू करते हुये पाठ्यपुस्तकों में दिये गये पाठ्यकम के मासिक विभाजन के अनुसार कक्षावार एवं विषयवार पाठ्यक्रम पूर्ण कराया जायेगा। इसके लिये प्रधानाध्यापक द्वारा कक्षामार, कालांशवार, विषयवार एवं दिवसवार समय सारिणी का अनुपालन सुनिश्चित कराया जायेगा।
- वर्कबुक, किट्स, टी०एस०एम० तथा प्रिंटरिच सामग्री के कुशल प्रयोग से छात्र-छात्राओं में प्रश्न, जिज्ञासा एवं पूछताछ के द्वारा अधिगम संलग्न वातावरण का सूजन किया जाये।
- निर्धारित एवं स्पष्ट शिक्षण अधिगम उद्देश्यों की प्राप्ति के लिये छात्र-छात्राओं की प्रगति को रचनात्मक मूल्यांकन प्रक्रिया के माध्यम से निरन्तर ट्रैक किया जाये तथा कक्षा शिक्षक्षण के समय तालिका अद्यावधिक की जाये। तद्नुसार छात्र-छात्राओं को आवश्यकता आधारित रिमीडियल शिक्षण एवं अनुसमर्थन प्रदान किया जाये
- सभी छात्र-छात्रायें संशोधित निपुण लक्ष्यों के अनुरूप कहावार/विषयवार दक्षतायें प्राप्त कर सकें, इस हेतु जनपद स्तरीय, खण्ड शिक्षा अधिकारी-प्रधानाध्यापक एवं शिक्षक संकुल बैठकों में विद्यालयवार डेटा आधारित समीक्षा की जाये।
- सहयोगात्मक पर्यवेक्षण एवं शिक्षक संकुल बैठक के दौरान ए०आर०पी० द्वारा विद्यालय की प्रगति का विश्लेषण किया जाये तथा लक्षित सुधार हेतु शिक्षक / प्रधानाध्यापक के साथ वार्ता कर प्रभावी कार्ययोजना बनायी जाये।
- शिक्षा चौपाल, एस०एम०सी० एवं अभिभावकों के साथ बैठकों में आकलन परिणाम को साझा किया जाये तथा बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं की प्रशंसा की जाये। छात्र-छात्राओं को घर पर अध्ययन करने एवं प्रत्येक दिन विद्यालय भेजने हेतु एस०एम०सी० के सदस्यों एवं अभिभावकों से अनुरोध किया जाये, जिससे कि आगामी आकलन में सभी छात्र-छात्राओं द्वारा बेहतर प्रदर्शन किया जा सके।
- विद्यालय में छात्र-छात्राओं के नामांकन, ठहराव एवं छात्र-छात्राओं की नियमित उपस्थिति हेतु प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों द्वारा यथावश्यकतानुसार फोन कॉल्स / होम विजिट किये जायें।
- घर पर सीखने की प्रकिया को नियमित एवं प्रभावी बनाने हेतु अभ्यास कार्य / गृह कार्य पर विशेष ध्यान दिया जाये तथा छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों को दीक्षा एवं रीड एलांग ऐप का प्रयोग करने के लिये अभिप्रेरित किया जाये।
निपुण सम्मान समारोह :-
डी०एल०एड० प्रशिक्षुओं द्वारा किये गये सैम्पल आकलन में प्रथम दृष्टया ‘निपुण विद्यालय’ के रूप में उभरकर आये विद्यालयों के शिक्षकों के सम्मान में माह मार्च, 2025 में ‘निपुण सम्मान दिवस’ का आयोजन किया जायेगा। इस समारोह में सभी निपुण विद्यालय के शिक्षकों को सम्मानित करते हुये उन्हें एक प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जायेगा। निपुण विद्यालयों के शिक्षकों को विकासखण्ड एवं जनपद स्तर पर सम्मानित किया जायेगा। इससे विद्यालय व जनसमुदाय में सकारात्मक वातावरण का सृजन होगा, जिससे अन्य शिक्षक भी प्रेरित एवं प्रोत्साहित होंगे। उक्त के संबंध में निम्नवत् निर्देशित किया जाता है:-
1. जनपद स्तर पर कार्यक्रम के आयोजन हेतु रू0 50,000/- प्रति जनपद की दर से कुल धनराशि रू0 37.50000 लाख की लिमिट जारी की जा रही है। तत्संबंधी जनपदवार बजट विवरण संलग्न है (संलग्नक-3)। उक्त धनराशि निपुण विद्यालय के लिये प्रमाण पत्र, कार्यक्रम के आयोजन संबंधी लॉजिस्टिक्स, अल्पाहार आदि हेतु व्यय की जायेगी।
2. जनपद को प्रेषित धनराशि का आहरण, खातों का रख-रखाव एवं व्यय प्रक्रिया सम्बन्धी समस्त कार्यवाही मैनुअल ऑन फाइनेन्शियल मैनेजमेन्ट एण्ड प्रोक्योरमेंट-2024 के प्राविधानों के अनुसार सुनिश्चित की जायेगी।
3. उक्त धनराशि राजस्व मद के अन्तर्गत निर्गत की जा रही है। अवमुक्त धनराशि का व्यय वित्तीय उक्त धनराशि राजस्व मद के अन्तर्गत निर्गत की जा रही है। अवमुक्त धनराशि का व्यय वित्तीय नियमानुसार वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में ही निर्देशानुसार सुनिश्चित किया जायेगा। वित्तीय वर्ष की समाप्ति के पश्चात् इस मद में किसी भी प्रकार की देयता को स्वीकार नहीं किया जायेगा। देयता सृजित करने के संबंध में संबंधित का व्यक्तिगत उत्तरदायित्व होगा।
4. व्यय विवरण से संबंधित समस्त अभिलेख जिला परियोजना कार्यालय में संरक्षित रखे जायेंगे तथा नियमानुसार आन्तरिक एवं वैधानिक सम्प्रेक्षण के समय प्रस्तुत किये जायेंगे।
5. जिस मद में धनराशि स्वीकृत की जा रही है, उसी मद में व्यय की जायेगी। मद विचलन मान्य नहीं होगा।
6. जारी की जा रही लिमिट संबंधी व्यय Nipun Bharat Mission के अन्तर्गत Independent, periodic and holistic assessment of Students under Nipun Bharat Mission मद में भरा जायेगा।
7. जारी धनराशि का अद्यावधिक व्यय विवरण प्रबन्ध पोर्टल पर दिनांक 31 मार्च, 2025 के पूर्व अनिवार्यतः अपलोड किया जाये।
अतः उपर्युक्तानुसार छात्र-छात्राओं के लर्निंग आउटकम के आधार पर डेटा आधारित समीक्षा करने तथा खण्ड शिक्षा अधिकारियों को विकास खण्ड/विद्यालय स्तर पर समीक्षा करने हेतु अपने स्तर से अपेक्षित निर्देश एवं मार्गदर्शन प्रदान करें, जिससे कि राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा आगामी आकलन में आपका जनपद बेहतर उपलब्धि स्तर प्राप्त कर सके।
सलग्नकः उक्तवत् ।
भवदीया,
Kamkam (कंचन वर्मा)
राज्य परियोजना निदेशक
पृ०सं०ः गुण०वि०/निपुण भारत मिशन-5/
10996/ 2024-25 तद्दिनांक।